चुनावों की घोषणा के साथ ही खत्म हुए कर्मचारी आंदोलन
Announcement of Elections
काम पर लौटे एनएचएम कर्मचारी
अधर में लटकी रह गई डॉक्टरों व नर्सों की मांगे
शिक्षा, पशु पालन समेत कई विभागों में आंदोलन खत्म
चंडीगढ़। Announcement of Elections: हरियाणा में चुनावों की घोषणा के साथ ही स्वास्थ्य विभाग समेत कई विभागों में चल रहे कर्मचारियों के आंदोलन भी खत्म हो गए हैं। पिछले करीब एक माह से आंदोलन कर रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के कर्मचारी भी शनिवार को काम पर लौट आए हैं।
चुनावों के ऐलान के साथ ही कर्मचारी संगठनों की मांगे अधर में लटक गई हैं। अब प्रदेश में नई सरकार के सत्ता में आने के साथ ही कर्मचारी फिर से उग्र होंगे। हरियाणा में एनएचएम कर्मचारी पिछले 25 दिनों से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चल रहे थे। इस बीच एनएचएम कर्मचारियों ने सामूहिक मुंडन करवाकर भी अपना विरोध दर्ज करवाया। इसके बावजूद सरकार की तरफ कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई। शुक्रवार को चुनावों का ऐलान होने के बाद जब स्थाई सरकार कार्यवाहक सरकार बन गई तो शनिवार को एनएचएम कर्मचारी अस्पतालों में अपने काम पर लौट आए।
हरियाणा में नर्सिंग ऑफिसर भी अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे थे। नर्सिंग ऑफिसर की तरफ से सरकार को 20 अगस्त तक की चेतावनी दी गई थी। नर्सिंग वेलफेयर एसोसिएशन की प्रधान विनीता बांगड़ के अनुसार सरकार ने प्रदेश भर की नर्सिंग ऑफिसर के साथ धोखा किया है। डेंटल सर्जन तथा नर्सिंग ऑफिसर की फाइल एक साथ विभागीय अधिकारियों के पास चल रही थी लेकिन डेंटल सर्जनों की अधिसूचना जारी कर दी गई और नर्सिंग ऑफिसर को बीच में ही छोड़ दिया गया। उनका यह संघर्ष जारी रहेगा। पीजीआई रोहतक, खानपुर, नूंह समेत कई मेडिकल कालेजों के नर्सिंग ऑफिसर शनिवार को काम पर लौट आए हैं।
हरियाणा के डॉक्टरों को भी सरकार ने मांगे पूरी करके अधिसूचना जारी करने को लेकर 15 अगस्त तक का समय दिया था। डॉक्टरों की मांगे भी अधर में लटक गई हैं। इसी प्रकार शिक्षा विभाग में एक्सटेंशन लेक्चरार तथा पशु पालन विभाग में कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर थे लेकिन चुनावों का ऐलान होते ही सभी कर्मचारी अपने संघर्ष को बीच में छोडक़र काम पर लौट आए हैं।